
रेलवे व विद्युत विभाग पर 13 करोड़ बकाया , निजी बकायेदार चिह्नित
2023-24 की समाप्ति पर बकायेदारों की सूची तैयार की है । इसमें सरकारी विभाग व निजी प्रतिष्ठान के स्वामियों के करोड़ों रुपये नगर निगम के प्रति संपत्तिकर के रूप में बकाया है । इसमें रेलवे विभाग पर 6.50 करोड़ और विद्युत विभाग पर 6.50 करोड़ रुपये समेत 13 करोड़ रुपये बकाया हैं । इसके साथ ही निजी बकायेदार भी चिह्नित किए गए हैं । बड़े बकायेदारों पर भी करोड़ों रुपये बकाया हैं । अब नए बिल में 12 प्रतिशत ब्याज जुड़कर आएगा , इसके साथ ही राशि जमा होगी । नगर निगम का कर विभाग जल्द ही बकायेदारों के विरुद्ध नोटिस जारी करने कार्रवाई करने वाला है । मुख्य कर निर्धारण अधिकारी अशोक कुमार सिंह ने बताया कि रेलवे पर 6.50 करोड़ रुपये बकाया होने का प्रकरण पत्राचार के माध्यम से प्रमुख सचिव के संज्ञान में है । उन्होंने रेलवे के बकाया को जमा कराने लिए वार्ता की है । वहीं , विद्युत विभाग पर भी इतनी ही राशि बकाया है । विभाग ने न तो बिल जमा किया और न ही नगर निगम के बिजली बिल में अपनी बकाया राशि का समायोजन किया । इनकी शिकायत भी लखनऊ स्तर पर की जा चुकी है । वहां से निर्देश भी आए हैं कि विद्युत विभाग जल्द अपना बकाया भुगतान करे । मगर अभी कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है । बताया कि इसके अलावा 700 निजी क्षेत्र के बकायेदारों पर लगभग 70 करोड़ रुपये बकाया इस सूची में वे शामिल हैं जिन पर एक लाख रुपये या उससे अधिक की राशि बकाया है । विद्युत विभाग ( शहरी ) के अधिशासी अभियंता राहुल बाबू ने बताया कि बिल को सत्यापित करने के लिए नगर निगम को पत्र भेजा गया है । जानकारी मांगी गई है कि किस आधार पर इतना बिल तैयार किया गया है । जानकारी मिलते ही आगे की कार्रवाई की जाएगी ।